भारत ने पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले की जांच करने आ रही पाकिस्तान की 5 अफसरों वाली संयुक्त जांच टीम को 7 दिन का वीजा जारी कर दिया है। जानकारी के मुताबिक़, पाकिस्तान की संयुक्त जांच टीम 27 मार्च को भारत पहुंचेगी।
ऐसा पहली बार है, जब आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की खुफिया और पुलिस अधिकारियों की टीम भारत आ रही है।
इससे पहले, सुषमा स्वराज ने 17 मार्च को आयोजित सार्क देशों के मंत्रियों की बैठक में नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान पाकिस्तान की जांच टीम को पठानकोट एयरबेस जाने की अनुमति देने पर सहमति बनी थी।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ सरताज अजीज livemint
इस मामले में इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा:
“हमने पांच पाकिस्तानी अफसरों को वीजा जारी किया है। ये अफसर पठानकोट एयरबेस हमले से जुड़े सबूत इकट्ठा करने भारत जा रहे हैं।”
पंजाब काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) के एआईजी मुहम्मद ताहिर की अगुवाई वाली इस टीम में इंटेलिजेंस ब्यूरो के लाहौर स्थित डिप्टी डायरेक्टर जनरल मोहम्मद अजीम अरशद, आईएसआई के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद, मिलिट्री इंटेलिजेंस के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा और गुजरांवाला सीटीडी के इन्वेस्टिगेटिंग अफसर शाहिद तनवीर शामिल हैं।
इस टीम को पूरे एयरबेस की नहीं, बल्कि एयरबेस के अंदर सीमित एरिया में ही जांच की अनुमति दी गई है। 28 मार्च से यह टीम पठानकोट एयरबेस हमले से जुड़े सबूत इकट्ठा करने में जुट जाएगी।
गौरतलब है कि 2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें भारत के सात जवान शहीद हुए थे। जबकि जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने छह आतंकियों को मार गिराया था।
इससे पहले भारत पठानकोट हमले से पाकिस्तान के जुड़े तारों के सबूत पाकिस्तान को सौंप चुका है, लेकिन पाकिस्तान सबूतों को सिरे से खारिज करता रहा है।