टॉप 10 अपराधियों की सूची में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिखाए जाने को लेकर सर्च इंजन गूगल को कानूनी नोटिस भेजा गया है। इसे जारी किया है इलाहाबाद की जिला अदालत ने। इस मामले में गूगल के सीईओ लैरी पेज और भारत में गूगल के चेयरमैन राजन आनंद को नोटिस भेजा गया है।
गौरतलब है कि गूगल सर्च में जब कोई भी व्यक्ति टॉप 10 किमिनल्स टर्म डालकर खोजने की कोशिश करता है तो उसे प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर भी दिखाई पड़ती है।
इलाहाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता सुशील मिश्र ने 156/3 के तहत एक मामला दायर करते हुए कोर्ट से कहा था कि इस तरह के सर्च रिजल्ट प्रधानमंत्री मोदी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
हालांकि, इस अर्जी को बेतुका बताते हुए एसीजेएम की कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। बाद में मिश्र ने मंगलवार को जिला जज के सामने रिवीजन अपील दायर की।
इस अपील को सुनवाई लायक मानते हुए जिला जज ने गूगल के सीईओ लैरी पेज और भारत में गूगल के चेयरमैन राजन आनंद को नोटिस जारी करते हुए कोर्ट में 31 अगस्त को तलब किया है।
गौरतलब है कि गूगल सर्च खास एलगरिदम के आधार पर काम करता है। इन्टरनेट पर गूगल सर्च का अपना कुछ नहीं है।
हालांकि, अब गूगल के अधिकर्ताओं को भी लग रहा है कि ये सर्च रिजल्ट बखेड़ा खड़ा कर सकते हैं। इसलिए टॉप 10 किमिनल्स कीवर्ड देकर सर्च करने पर यह रिजल्ट आता है।
उदाहरण के तौर पर अगर किसी व्यक्ति या संस्थान ने अगर अपनी वेबसाइट पर प्रधानमंत्री मोदी को अपराधी के रूप में चित्रित किया है तो गूगल सर्च का एलगरिदम अपने रिजल्ट में उसे जाहिर करता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि गूगल इस मामले में कोर्ट को क्या जवाब देता है।